UPP Exam me Puchhe Jane Wala Samany Vigyan Electrical

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वैद्युत 

  1. अभ्रक, कांच, इबोनाइट, सल्फर इत्यादि को रगड़ने पर उनमें छोटी हल्की  वस्तुओं को आकर्षित करने का जो गुण आता है, उसे क्या कहते हैं
    वैद्युत ( Electricity )
  2.  वैद्युत गुण को ग्रहण करने पर वस्तु किस अवस्था में हो जाती है
    विद्युत आवेश ( Electric charge )
  3. घर्षण विद्युत को और किस नाम से जाना जाता है
    स्थैतिक विद्युत (Static electricity)
  4. वैद्युत आवेश ग्रहण करने वाले पदार्थ को क्या कहते हैं
    आवेशित पदार्थ
UPP Exam me Puchhe Jane Wala Samany Vigyan Electrical
UPP Exam me Puchhe Jane Wala Samany Vigyan Electrical
  1. वैद्युत आवेश किन दो प्रकार के होते हैं
    धनावेश (Positive charge) व ऋणावेश (Negative charge) है
  2. कौन सी रेखा धन आवेश से चलकर या फैलकर ऋण आवेश तक जाती यानि ऋण आवेश पर सिमटती है
    विद्युत बल रेखा
  3.  धन आवेश के कारण किसी बिंदु पर जो विभव होता है, उसे क्या कहते हैं
    धन विभव
  4. ऋण आवेश के कारण किसी बिंदु पर जो विभव होता है, उसे क्या कहते हैं
    ऋण विभव
  5. किस प्रकार के आवेश वैद्युत एवं चुंबकीय क्षेत्र, दोनों उत्पन्न करते हैं
    गतिमान आवेश
  6. दो बिंदु आवेशों के बीच का बल सदैव किस रेखा के अनुदिश होता है
    इनको मिलाने वाली सरल रेखा के
  7. कौन सी युक्ति पर्याप्त मात्रा में आवेश संग्रह करने के काम आती है
    संधारित्र (Capacitor)
  8. एक आवेशित कण जब एक ऐसे क्षेत्र में गतिमान होता है जिसमें विद्युत व चुंजकीय, दोनों क्षेत्र मौजूद हैं तो उसकी गति के फलस्वरूप उस पर लगने वाला बल क्या कहलाता है
    लारेंज बल
  9. किस अवस्था में लारेंज बल अधिकतम होता है
    जब आवेशित कण क्षेत्र के लंबवत् गति करे
  10. जब कण अनावेशित हो या आवेशित कण स्थिर (विरामावस्था में) हो या आवेशित कण क्षेत्र के समांतर अथवा प्रतिसमांतर गति कर रहा हो तो लारेंज बल कितना होगा शून्य
  11. किसी वस्तु पर पाया जाने वाला आवेश सदैव किसका पूर्ण गुणज होता है
    आवेश के किसी सबसे छोटे मात्रक का
  12.  सबसे छोटे मात्रक आवेश को क्या कहते हैं
    इलेक्ट्रॉनिक आवेश (e)
  13. किसी वस्तु को दिया जा सकने वाला आवेश किस आवेश का पूर्ण गुणज होता है
    इलेक्ट्रॉनिक आवेश का

वैद्युत क्षेत्र व वैद्युत विभव   

  1. किसी आवेश या आवेशों के समूह के चारों ओर का वह क्षेत्र क्या कहलाता है जिसमें कोई दूसरा आवेश आकर्षण या प्रतिकर्षण बल का अनुभव करता है
    उस आवेश का वैद्युत क्षेत्र (Electric field)
  2. विद्युत धारा के इर्द-गिर्द चुंबकीय क्षेत्र निश्चित रूप से उपस्थित रहता है, इस प्राकृतिक सत्य की खोज किस डेनिश भौतिकविद् ने की थी
    आस्टेंड
  3. वैद्युत क्षेत्र में किसी बिंदु पर क्षेत्र का कौन सा गुण उस बिंदु पर रखे परीक्षण आवेश पर कार्यकारी बल और परीक्षण आवेश के अनुपात के तुल्य होती है
    वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता
  4. वैद्युत क्षेत्र में एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक किया कार्य किस पर निर्भर नहीं करता किसी आवेश को गति कराने में
    आवेश द्वारा अपनाए पथ पर
  5. वैद्युत क्षेत्र किस प्रकार की राशि है
    सदिश राशि
  6. वैद्युत क्षेत्र का मात्रक क्या होता है
    न्यूटन/कूलॉम व वोल्ट/मीटर
  7. वैद्युत क्षेत्र किन रेखाओं द्वारा व्यक्त किया जाता है
    वैद्युत बल रेखाओं द्वारा
  8. किसी परीक्षण आवेश को अनंत से वैद्युत क्षेत्र के किसी बिंदु तक लाने में प्रतिकर्षण बल के विरुद्ध जो कार्य किया जाता है, वह क्या कहलाता है
    उस बिंदु पर वैद्युत विभव (Electric potential)
  9. वैद्युत विभव किस प्रकार की राशि है
    अदिश राशि
  10. वैद्युत विभव का मात्रक क्या है
    वोल्ट
  11. वैद्युत विभव किसके आवेश पर निर्भर करता है
    चालक के
  12. चालक के आकार के बढ़ने से वैद्युत विभव पर क्या प्रभाव पड़ता है
    वैद्युत विभव घट जाता है
  13. यदि एक छोटा आवेशित चालक एक बड़े खोखले आवेशित चालक के अंदर रख दिया जाए और दोनों चालकों को परस्पर एक तार से संबंधित कर दिया जाए तो किस कारण से आवेश का प्रवाह छोटे चालक से बड़े चालक की ओर होगा
    छोटे चालक का विभव बड़े चालक से अधिक होने के कारण
  14. पृथ्वी का वैद्युत विभव कितना माना जाता है
    शून्य
  15. वे पृष्ठ जिनके प्रत्येक बिंदु पर विभव समान होता है, क्या कहलाते हैं
    समविभवी पृष्ठ
  16. किन पृष्ठों पर किसी भी आवेश को गति कराने में कोई कार्य नहीं करना पड़ता
    समविभवी पृष्
  17. समविभवी पृष्ठ को निकट लाने पर वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता पर क्या प्रभाव पड़ेगा
    वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता बढ़ जाती है
  18. वह बिंदु क्या कहलाता है जहाँ वैद्युत क्षेत्र की परिणामी तीव्रता शून्य होती है
    उदासीन बिंदु
  19. यदि दो समान आवेश एक-दूसरे से कुछ दूरी पर रखें जाएं तो उदासीन बिंदु किस रेखा पर दोनों आवेशों के बीच कहीं स्थित होगा
    दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा पर
  20. किन आवेशों को एक-दूसरे से कुछ दूरी पर रखने से उदासीन बिंदु इन आवेशों को मिलाने वाली रेखा पर आवेशों के बाहर छोटे आवेश की ओर स्थित होगा
    विपरीत आवेशों को
  21. वैद्युत क्षेत्र में एकांक धनावेश को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक वैद्युत तीव्रता के विरुद्ध ले जाने में किए गए कार्य को क्या कहा जाता है
    उन बिंदुओं के बीच विभवांतर (Potential Difference)
  22. विभवांतर का मात्रक क्या होता है
    वोल्ट
  23. यदि एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक एक कूलॉम आवेश को ले जाने में एक जूल कार्य करना पड़े, तब उन बिंदुओं के बीच विभवांतर कितना होगा
    एक वोल्ट
  24. दूरी के साथ विभव परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं
    विभव प्रवणता (Potential Gradient)
  25. विभव प्रणवता किस प्रकार की राशि है
    सदिश राशि
  26. विभव प्रणवता का मात्रक क्या होता है।
    वोल्ट/मीटर
  27. समान परिमाण के धन तथा ऋण आवेश एक-दूसरे से अत्यंत निकट व्यवस्थित होकर किस निकाय की रचना करते हैं
    वैद्युत-द्वि-ध्रुव (Electric Dipole)
  28. किस निकाय में दो विपरीत प्रकार के बिंदु आवेश पर स्थित होते हैं एक-दूसरे के अल्प दूरी
    वैद्युत-द्वि-प्रव
  29. वैद्युत द्वि-ध्रुव का आघूर्ण का मात्रक क्या है
    कूलॉम-मीटर
  30. वैद्युत द्वि-ध्रुव के आपूर्ण की दिशा क्या होती है
    ऋण आवेश से धन आवेश की ओर

विद्युत सुचालक, कुचालक व अचालक

  1. किन पदार्थों में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या बहुत अधिक होती है
    सुचालकों में
  2. कौन से पदार्थ विद्युत के सुचालक होते हैं
    सभी धातुएँ
  3. कौन सी धातु विद्युत की सर्वोत्तम चालक है
    चांदी
  4. चालक को दिया जाने वाला समस्त आवेश उसके पृष्ठ पर स्थित होता है, इसका कारण क्या है
    इस स्थिति में आवेश की स्थितिज ऊर्जा न्यूनतम् होती है
  5. किस त्रिज्या वाले खोखले व ठोस चालक गोलों को समान आवेश दिया जा सकता है
    समान त्रिज्या
  6. साबुन का बुलबुला किस आवेश को देने पर सदैव आकार में बढ़ जाता है
    धनादेश व ऋणावेश, दोनों
  7. आवेशन प्रक्रिया के दौरान साबुन के बुलबुले के अंदर की वायु के आयतन पर क्या प्रभाव पड़ता है
    आयतन सदैव नियत रहता है
  8. किन पदार्थों में आवेश का प्रवाह सरलता से नहीं होता
    कुचालकों में
  9. किन पदार्थों में मुक्त इलैक्ट्रॉनों की संख्या बहुत कम होती हैं
    कुचालकों में
  10. किन पदार्थों को बाहर व अंदर से समान रूप से आवेशित किया जा सकता है
    कुचालकों को
  11. चालक के किस बिंदु पर विभव समान होता है जिससे  वह एक समविभवी पृष्ठ कहलाता है
    प्रत्येक बिंदु पर
  12. आवेशित चालक के अंदर वैद्युत क्षेत्र कितना होता है
    शून्य
  13. आवेशित चालक की किस सतह पर आवेश होता है
    बाह्य सतह पर
  14. किन पदायों में आवेश वाहक कोटर (Hole) तथा मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं
    अर्धचालकों में
  15. वे पदार्थ जिनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते तथा जो विद्युत का चालन नहीं कर पाते, उन्हें क्या कहते हैं
    अचालक (Insulator)

विद्युत-अपघटन (Electrolysis)

  1. किस प्रक्रिया में एक अनुकूल विलायक में घुले हुए एक आयनीकृत पदा में से दिष्ट धारा (Direct current) प्रवाहित की जाती है जिससे इलेक्ट्रोड सिरों पर रासायनिक क्रियाएँ शुरू हो जाती हैं और प्राकृतिक रूप से मिल वाले स्रोतों (जैसे अयस्क) में से आवश्यक तत्व अलग हो जाते हैं
    विद्युत अपघट
  2. विद्युत अपघटन की प्रक्रिया के लिए किन तीन चीजों की आवश्यकता हो है
    विद्युत अपघट्य पदार्थ, डीसी विद्युत धारा व दो इलेक्ट्र
  3. किस पदार्थ में मुक्त आयन होते हैं जो विद्युत धारा का चालन करते हैं
    विद्युत अपघट्य पद
  4. किस प्रकार के पदार्थ विद्युत अपघटन की प्रक्रिया नहीं हो सकती
    जिनमें आयन चलायमान नहीं
  5. ऐसे पदार्थ का उदाहरण कौन सा है जिसमें आयन चलायमान नहीं होते
    ठोस नमक
  6. कौन सी विद्युत धारा विद्युत अपघट्य पदार्थ में आयनों को पैदा करने के लिए आवश्यक है
    डीसी विद्युत धारा
  7. कौन सा युक्ति विद्युत अपघट्य पदार्थ और विद्युत सर्किट के बीच क्रिया को संभव बनाती है
    इलेक्ट्रोड
  8. विद्युत अपघटन की प्रक्रिया में किन पदाथों के बने इलेक्ट्रोड का बखूबी इस्तेमाल होता है
    धातु, ग्रेफाइट और अर्द्धचालक पदार्थों के
  9. विद्युत अपघटन प्रक्रिया का किस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है
    औद्योगिक जगत में
  10. कौन सी प्रक्रिया एल्यूमीनियम, लिथियम, सोडियम, पौटेशियम, मैग्निशियम व क्लोरीन आदि के उत्पादन में महती भूमिका निभाती है
    विद्युत अपघटन प्रक्रिया
  11. कौन सी प्रक्रिया सोडियम हाइड्रॉक्साइड, सोडियम क्लोरेट और पौटेशियम क्लोरेट आदि के उत्पादन में महती भूमिका निभाती है
    विद्युत अपघटन प्रक्रिया

फैराडे के विद्युत अपघटन के नियम

  1. किसने 1832 में विद्युत-अपघटन के दो नियम दिए
    माइकल फैराडे
  2. माइकल फैराडे के किस नियम के अनुसार, “विद्युत अपघटन की क्रिया में इलेक्ट्रोड पर मुक्त हुए तत्त्व का द्रव्यमान, विद्युत अपघटन में प्रवाहित विद्युत की मात्रा के अनुक्रमानुपाती होता है”
    विद्युत अपघटन का पहला नियम
  3. कौन सा नियम कहता है कि विद्युत अपघटन की क्रिया में इलेक्ट्रोड पर मुक्त होते हैं जितनी इस प्रक्रिया में विद्युत किसी पदार्थ के उतने ही तत्व धारा प्रवाहित की जाती है
    विद्युत-अपघटन का पहला नियम
  4. माइकल फैराडे के किस नियम के अनुसार, “विद्युत अपघटन में विद्युत की उसी मात्रा से मुक्त हुए विभिन्न तत्वों के द्रव्यमान उनके रासायनिक तुल्यांकों के अनुक्रमानुपाती होते हैं”
    विद्युत-अपघटन का दूसरा नियम
  5. विद्युत आवेश की वह मात्रा क्या कहलाती है जो किसी भी पदार्थ के 1 किग्रा भार को विद्युत अपघटन द्वारा मुक्त कर सकती है
    फैराडे नियतांक
  6. फैराडे नियतांक का संकेताक्षर क्या है
    फैराडे (F)

ओम का नियम

  1. किस नियम के अनुसार, “किसी चालक में नियत ताप पर प्रवाहित विद्युत धारा का मान उसके सिरों पर लगे हुए विभवांतर के अनुक्रमानुपाती होता
    ओम का नियम
  2. जो चालक ओम के नियम का पालन नहीं करते, उन्हें क्या कहते हैं
    अन-ओमीय प्रतिरोध

विद्युत धारा

  1. धारा किस प्रकार की राशि है
    अदिश राशि
  2. धारा घनत्व किस प्रकार की राशि है
    सदिश राशि
  3. किसके प्रवाह की दिशा इलेक्ट्रॉनों (अथवा ऋणावेश) के प्रवाह की दिशा के विपरीत होती है
    धारा के प्रवाह की
  4. किन पदार्थों में आवेश वाहक मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं
    धातुओं में
  5. किन पदार्थों में आवेश वाहक चनायन व मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं
    गैसों में

प्रत्यावर्ती व दिष्ट धारा (AC and DC)

  1. कौन सी धारा समय के साथ दिशा एवं परिमाण में आवर्त रूप से परिवर्तित होती है
    प्रत्यावर्ती धारा (Alternating current)
  2. कौन सी धारा समय के साथ परिमाण में स्थिर रहे या न रहे परंतु उसकी दिशा अपरिवर्तित रहती है
    दिष्ट धारा (Direct current)
  3. कौन सी धारा एक दिशा में शून्य से अधिकतम् तक बढ़ती है, पुनः शून्य हो जाती है और फिर दूसरी दिशा में शून्य से अधिकतम् तक बढ़कर पुनः शून्य हो जाती है प्रत्यावर्ती धारा
  4. प्रत्यावर्ती धारा के संपूर्ण परिवर्तन चक्र को क्या कहते हैं
    प्रत्यावर्ती धारा चक्र
  5. प्रत्यावर्ती धारा के संपूर्ण चक्र के दौरान एक अर्थ चक्र में धारा एक दिशा में प्रवाहित होती है तो क्या दूसरे अर्थ चक्र में भी उसी दिशा में प्रवाहित होती है
    नहीं: दूसरी दिशा में
  6. किस धारा को ले जाने वाले तार में बहुत से तारों को तार बनाया जाता है जोड़कर एक अकेला तार बनाया जाता है
    प्रत्यावर्ती धारा
  7. किस युक्ति का प्रयोग करके प्रत्यावर्ती धारा को सरलतापूर्वक दिष्ट धारा में परिवर्तित कर सकते हैं
    दिष्टकारी

परावैद्युत

  1. वे पदार्थ क्या कहलाते हैं जिनसे होकर वैद्युत चालन नहीं होता परंतु वैद्युत क्षेत्र लगाए जाने पर उनके सिरे पर प्रेरित आवेश उत्पन्न हो जाते हैं
    परावैद्युत (Dielectric)
  2. किन परावैद्युत पदार्थों में अणु या परमाणु के धनावेश का केंद्र उसके ऋणावेश
    ध्रुवीय परावैद्युत (Polar dielectric)
  3. किन परावैद्युत पदार्थों में अणु अथवा परमाणु के धनावेश का केंद्र उसके ऋणावेश के केंद्र से पृथक् नहीं होता है
    अध्रुवीय परावैद्युत (Non-polar dielectric) •
  4. किन परावैद्युत पदार्थों में एक स्थाई द्विध्रुव आघूर्ण नहीं होता है
    अध्रुवीय परावैद्युत
  5. किसी ध्रुवीय या अध्रुवीय परावैद्युत को विद्युत क्षेत्र में रखे जाने पर उसमें एक द्विध्रुव आघूर्ण (विद्युत क्षेत्र की समांतर दिशा में) का उत्पन्न हो जाने की घटना क्या कहलाती है
    परावैद्युत ध्रुवण (Dielectric polarisation)
  6. किस नियतांक में वृद्धि होने पर दो आवेशों के बीच बल (आकर्षण अथवा प्रतिकर्षण) कम हो जाता है
    परावैद्युत नियतांक
  7. किस माध्यम में दो आवेशों के बीच बल (आकर्षण अथवा प्रतिकर्षण) अधिकतम होता है
    वायु

बिजली का बल्ब

  1. बिजली के बल्ब जैसे वैद्युत उपकरणों के सिरों पर वोल्टेज को नियत रखने के लिए घरों में बिजली के परिपथों का संयोजन किस क्रम में होता है
    समांतर क्रम
  2. बिजली का बल्ब किस सिद्धांत पर कार्य करता है
    धारा के उष्मीय प्रभाव के सिद्धांत पर
  3. बल्ब के भीतर की हवा निकालकर उसमें किस निष्क्रिय गैस को भरा जाता है
    आर्गन
  4. बल्ब के भीतर की हवा निकालकर उसमें आर्गन के स्थान पर अन्य किस गैस को भर सकते हैं
    नाइट्रोजन
  5. बल्ब के भीतर की हवा निकालकर उसमें कई बार किन दो गैसों के मिश्रण को भरा जाता है
    आर्गन व नाइट्रोजन का मिश्रण
  6. बल्व के भीतर ही उच्च प्रतिरोध तथा उच्च द्रवनांक वाली किस मिश्र धातु का फिलामेंट रहता है
    टंगस्टन
  7. यदि बल्ब के तंतु का प्रतिरोध अधिक है तो उसकी वाटेज पर क्या प्रभाव पड़ेगा
    वाटेज कम होगी
  8. यदि बल्ब के तंतु का प्रतिरोध कम है तो उसकी वाटेज पर क्या प्रभाव पड़ेगा
    वाटेज अधिक होगी
  9. 60W और 100W के बल्ब में से किस बल्ब के तंतु का प्रतिरोध अधिक होता है
    60W के बल्ब का
  10. 60W और 100W के बल्ब में से किस बल्ब के तंतु का तार मोटा होता है
    100W के बल्ब का
  11. यदि 60W और 100W के दो बल्बों को समांतर क्रम में लगाया जाए तो कौन सा बल्ब अधिक तीव्रता से जलता है
    100W का बल्ब
  12. यदि 60W और 100W के दो बल्बों को श्रेणी क्रम में संबंधित किया जाता है तो कौन सा बल्ब अधिक तीव्रता से जलेगा
    60W का बल्ब

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