Free Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye || 1 बच्चों को हिन्दी व्याकरण कैसे पढ़ाएँ

आज के इस आर्टिकल में, मै आप लोगो के लिए Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye छोटे बच्चो को हिन्दी व्याकरण कैसे पढ़ाए का पोस्ट लिखूँगी। जो आप सभी के बच्चों के लिए महत्वपूर्ण होगा। जबकि छोटे बच्चे को ग्रामर को ज्यादा जटीलता में तो बता सकते भी उनको अपने सरल भाष, विचार में सिखाते हैं। ताकि असानी से वह समझ सके।

Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye PDF

बच्चों को हिन्दी व्याकरण पढ़ाना Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye इसलिए जरूरी होता है कि वह शुध्द हिन्दी बोल सके, लिख सके, पढ़ ले। हिन्दी के लिए, हिन्दी पढ़ना अनिवार्य होता हैं। छोटे क्लस के स्टूडेन्ट को हम पहले छोटे – छोटे वाक्य में सिखाएगें। जैसे- बचन का पहचान करना, शुध्द, अशुध्द बनाना, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया इस तहर से बच्चे को हिन्दी ग्रामर पढ़ाये।

Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye

इसी ग्रामर में पहले उनको बेसिक नालेज देते समय हिन्दी के विराम चिन्ह भी बताए जो कि बच्चे हिन्दी पढ़ते समय पढ़ते चले जाते हैं। वह नही जान पाते है। तो दोस्तो आप लोग समझ ही गये होंगे की अपने बच्चों को कितना अनिवार्य है। छोटे बच्चों को हिन्दी व्याकरण तो जरूरी है। कक्षा 1 से  स्कूल में टीचर पढ़ाना – लिखाना शुरू कर देते है।

Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye Hindi Me

जबकि अच्छे से बोलना – पढ़ना आ जाए। इसी तरह क्लास वाइज सिखते जाते है जैसे – जैसे लेवल बढ़ता हैं। वैसे – वैसे उनको कठीन हिन्दी  व्याकरण सिखाया जाता है। व्याकरण हिन्दा भाषा का महत्वपूर्ण खण्ड हैं। इनको चार भागों भी बाटा गया। (1) वर्ण विचार (2 ) शब्द विचार  (3) वाक्य विचार  (4 ) छंद विचार । इसी तरह के चार भागों में विभाजित किया गया है।

Bachcho Ko Grammar Sikhaye

छोटे बच्चो को हिन्दी व्याकरण सिखाने को पहले बेसिक जानकारी देगें ।बच्चों के  बेसिक जानकारी के लिए मेरे matra wale साइट पर आये और यहाँ छोटे बच्चो को बेसिक से उपलब्ध कराया जायेगा। जो विलकुल सरल भाषा में होगा आप के बच्चे असानी से समझ में आ जायेगा। Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye इस टापिक पर फोटो नीचे दिया गया है।

Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye
Bachcho Ko Grammar Kaise Sikhaye

तो चलिए दोस्तो मैं अब आप लोगो के लिए कुछ महत्वपूर्ण हिन्दी व्याकरण का जानकारी दे।

वचन 

Bachcho Ko Grammar vachan Kaise Sikhaye

हिन्दी व्याकरण में वचन दो प्रकार के होती है। 

( 1 ) एकवचन   (2 ) बहुवचन 

वचन का परिभाषा

संज्ञा और सर्वनाम के रूप वाले शब्द, वाक्य की गणना को वचन कहते है।

एकवचन  बहुवचन
लड़का फुटबाल खेल रहा हैं। लड़के फुटबाल खेल रहे है।
गाय घास खा रही हैं। गाये घास खा रही है।
मैं पढ़ता हूँ हम लोग पढ़ते है।
कुत्ता दोड़ता हैं। कुत्ते दौड़ते है।
लड़की बजार जा रही है।  लड़किया बजार जा रही है।
वह क्रिकेट खेल रहा है। वे लोग क्रिकेट खेल रहे है।
बच्चा स्कूल गया। बच्चे स्कूल गये।
औरत गीत गा रही है। औरते गीत गा रही है। 
बकरी पानी पीती है।  बकरीयाँ पानी पीती है।

 

एकवचन

अब देखिये दोस्तो एकवचन जिसमें एक व्यक्ति अथवा एक वस्तु  हो उसे एक वचन कहते हैं।

जैसे – लड़का,  गाय,  मैं, कुत्ता,  लड़की,  औरत,  बकरी   आदि।

बहुवचन

बहुवचन एक से अधिक व्यक्ति और एक से अधिक वस्तु  तो उसे बहुवचन कहते है।

जैसे – लड़के, गाये, हम लोग, औरते, कुत्ते, लड़कियाँ, बकरीयाँ आदि।

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संज्ञा

Bachcho Ko Grammar Noun Kaise Sikhaye

संज्ञा का परिभाषा – किसी वस्तु, वक्ति, अथवा स्थान के नाम  उनके गुण, धर्म, स्वभाव का बोध होता है  उसे संज्ञा कहते  हैं। अतः सभी नामपद को संज्ञा कहते हैं।

जैसें- श्याम कल गोरखपुर जायेगा।

  कुत्ता भौकता हैं।

मैं  किताब पढ़ता हूँ।

वफादारी से जीना चाहिएँ।

पहाड़ की ऊँचाई देखो।

सभी पद संज्ञा हैं संज्ञा पद का अर्थ हैं नाम

श्याम – श्याम एक व्यक्ति का नाम हैं।

कुत्ता –  कुत्ता एक जानवर का नाम हैं।

गोरखपुर – गोरखपुर एक शहर का नाम है।

किताब – एक वस्तु का नाम हैं।

वफादारी – वफादारी एक भाव है।

ऊँचाई – से ऊँचा होना भाव प्रकट करता है।

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संज्ञा तीन प्रकार के होते हैं।

  1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  2. भाववाचक संज्ञा
  3. जातिवाचक संज्ञा

व्यक्तिवाचक संज्ञा- व्यक्तिवाचक संज्ञा जो किसी एक स्थान, वस्तु, व्यक्ति का बोध होता हैं व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते है।
जैसे- रोहन, सोहन, बनारस, गोरखपुर, पेन, किताब, इतियादि ।

जातिवाचक संज्ञा – जो शब्द किसी जाति का ज्ञान कराता हैं जातिवाचक संज्ञा कहलाता हैं।
जैसे – आदमी, औरत, पहाड़, झील, नदी इतियादि।

भाववाचक शब्द- जीन शब्द संज्ञा के द्वारा अवस्था, हुन्नर, धर्म, आदि का अभास होता है भाववाचक संज्ञा कहलाता है।
जैसे- बुढ़ापा, बचपना, खुशी, क्रोध, मिठास, कड़वा आदि ।

सर्वनाम 

सर्वनाम का परिभाषा– संज्ञा के स्थान पर आने वाला शब्द सर्वनाम होता हैं। इसके प्रयोग से भाषा सुन्दर बन जाते है और वाक्य की रचना स्पष्ट हो जीता है।

सर्वनाम निम्न प्रकार के होते है।

  1. पुरूषवाचक सर्वनाम
  2. निजवाचक सर्वनाम
  3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम
  4. संकेतवाचक सर्वनाम

पुरूषवाचक सर्वनाम – जो सर्वनाम बोलने वाला तथा सुनने वाले किसी अन्य के लिए प्रयोग होता हैं पुरूषवाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे – तुम, मै, हमलोग, आपलोग इतियादि।

निजवाचक सर्वनाम– जो सर्वनाम तीनों पुरूष को बीज में निजी का ज्ञान कराता हो उसे निजवाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे –  मैं खुद किताब पढ़ लूँगी।, आप अपने आप गाड़ी चलाना।

निश्चयवाचक सर्वनाम – जो सर्वनाम किसी दूर, या पास का चिजों को संकेत कराता हैं निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे – यह बच्चा है, यह महिला है, यह पुरूष है।

क्रिया 

Bachcho Ko Grammar Me Kriya Kaise Sikhaye

जिन शब्दों और शब्द – समूह के द्वारा कार्य का होना क्रिया कहलाता है।
जैसे- लड़का पढ़ रहा हैं।, राधा नाच रही हैं। बच्चा रो रहा है। सीमा खेल रही है।

क्रिया दो प्रकार के होते हैं।

(1) सर्कमक क्रिया   ( 2 ) अकर्मक क्रिया

सकर्मक क्रिया – जिस क्रियाओ का असर जो काम कर लिया हो उस पर नही पड़ता वल्कि जो कर रहा है उस काम का असर उस पर पड़ता है। सकर्मक क्रिया कहलाता है।
जैसे – मैं लिखता हूँ।, शालू केला खाती है।, मधु नाचती है।, बच्चा रोता है।

अकर्मक क्रिया – इसमे कर्म कि जरूरत नही पड़ती अकर्मक क्रिया असत केवल करता पर पड़ता हैं।
जैसे- रेखा रोती हैं।,   कार चलता है।,   कुत्ता भौकता है।,   किड़ा रेंगता है।

विशेषण

संज्ञा और सर्वनाम का विशेषता का अभास  गुण, धर्म, परिणाम, संख्या को बतलाता है विशेषण कहलाता है।
जैसे- काला, गोरा, मोटा, पतला, सुन्दर, कुरूप आदि।

विशेष्य – संज्ञा अथवा सर्वनाम के विशेषता को विशेष्य कहते है।
जैसे – कुत्ता काला है।
रिया सुन्दर है।

इसमें आप का विशेषण है- काला , सुन्दर और रिया एवं कुत्ता विशेष्य हैं।

हिन्दी चिन्हो का पहचान

तो दोस्तो अब मैं आप लोगों को हिन्दी में चिन्ह लगाने का जानकारी दूँगी जो बहुत ही इम्पोरटेन्ट हैं। बच्चे हिन्दी पढ़ते समय भूल जाते है कहाँ मुझे रूकना हैं वह पढ़ते हुए चले जाते हैं।  कामा , खड़ी पाई, प्रश्नवाचक चिन्ह कहा लगाया जाता है। ये ग्रामर बेसिक का कक्षा 1 से 5 तक के  छोटे बच्चो के लिए है।

 

  1. पूर्ण विराम चिन्ह – ( । )    इसे अंग्रेजी से फुल स्टॉप ( Full stop ) भी कहते हैं।पूर्ण विराम चिन्ह का मतलब होता है एकदम रूक जाना या पूरी तरह से ठहरना। वाक्य में कोई विचार, बात कहने पर  वाक्य पूरा हो जाता हैं। वहा विराम चिन्ह लगा देते है।
  2. प्रश्नवाचक चिन्ह – ( ?  ) इसे इंग्लिश में हम  ( Question mark )  चिन्ह कहते है। प्रश्नवाचक चिन्ह में किसी शब्द- वाक्य में प्रश्न किया गया हो, तो वहा हम तुरन्त प्रश्नवाचक चिन्ह का प्रयोग करते है।
  3. अल्प विराम चिन्ह – ( , ) इनको अंग्रेजी में ( Comma ) कहते हैं। इसका प्रयोग थोड़ी देर रूकने के लिए है, हिन्दी पढ़ते समय बीच- बीच में कामा का चिन्ह अपनी बात कहने के लिए थोड़े देर ठहरना यानी उनकी बात को समझने के लिए होता है।

अब लोवर क्लास के बच्चो के लिए इतना ही जानकारी  काफी हैं। बच्चे जैसे – जैसे  अपस क्लास में जाते है।  उनका ग्रामर कठिन होता जाता है। इसलिये इस पोस्ट में छोटे बच्चों के सरल भाषा में ग्रामर समझाया गया हैं। मुझे आशा हैं कि आप अपने बच्चे को असानी से समझा सकेंगे। इसी तरह के बच्चों के जानकारी के लिए इस Matra wale साइट से पढ़ाते रहे। और जो भी आप के मन विचार आए उनको कमेंट में लिख दे। 

 

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