आज मैं भौतिक विज्ञान के एक अच्छी टॉपिक Concepts related to work energy and power ( कार्य ऊर्जा व सामर्थ्य द्र संबंधित अवधारणाएँ ) के प्रश्न उत्तर का पोस्ट है। ये बहुत ही महत्वपूर्ण है जो इस कार्य, ऊर्जा व सामर्थ्य और द्रव के सारे प्रश्न बनाया गया है। आप लोग इस पोस्ट को शुरू से अन्त तक पढ़े आप के परीक्षा में काफी हेल्पफूल है। आप इस matrawale.com पर जाये और सारे सब्जेक्ट का टॉपिक उपलब्ध है।
Table of Contents
कार्य, ऊर्जा व सामर्थ
- जब किसी वस्तु पर बल लगाकर उसकी स्थिति में परिवर्तन किया जाता है यानि जब बल लगाने से उसमें विश्थापन होता है, तब उस गतिविधि को क्या कहते है
कार्य ( Work ) - SI पद्धति में कार्य मात्रक क्या है
जूल
- CGS पद्धति में कार्य का मात्रक क्या है
अर्ग - यदि एक बल F किसी वस्तु को अपनी दिशा में s दूरी तक विस्थापित करता है, तब किया गया कार्य किस प्रकार दर्शाया जाएगा
W = F. s - यदि विस्थापन शून्य है, तब किया गया कार्य क्या होगा
शून्य
सरंक्षी बल व असंरक्षी बल
- यदि कोई वस्तु गति करने के उपरांत अपनी प्रांरभिक स्थिति में उसी गतिज ऊर्जा से वापस आ जाती है जो ऊर्जा उसकी प्रारंभ में थी, तब वस्तु पर लगने वाले बल को क्या कहा जाता है
संरक्षी बल - यदि वस्तु द्वारा किया गया कार्य केवल उसकी प्रारंभिक व अंतिम स्थिति पर निर्भर करता है, उसके द्वारा अपनाए गए पथ पर नहीं, तब वस्तु पर लगने वाला बल कौन सा होता है
संरक्षी बल - सभी केंद्रीय बल किस प्रकार के बल होते है
संरक्षी बल - स्थिर वैद्युत बल, चुंबकीय बल, गुरूत्वीय बल आदि किस बल के उदाहरण है
संरक्षी बल - वह बल क्या कहलाता है जिसके प्रभाव में किया गया कार्य वस्तु द्वारा चले गए पथ पर निर्भर करता है
असंरक्षी बल - किस बल द्वारा किए गए कार्य में वस्तु की गतिज ऊर्जा में हास होता है
असंरक्षी बल - घर्षण बल, श्यान बल आदि किस बल के उदाहरण है
असंरक्षी बल
अभिकेंद्र बल ( Centripetal Force )
- एक समान वृ्त्तीय गति करते किसी कण पर केंद्र की ओर जो बल कार्य करता है, उसे क्या कहते है
अभिकेंद्र बल - किस बल के बिना वृत्तीय गति संभव नहीं है
अभिकेंद्री बल - कौन सा बल सदैव वृत्तीय गति करते कण पर कार्य करता है
अभिकेंद्री बल - किस बल का परिमाण नियत रहता है लेकिन दिशा लगातार बदलती रहती है
अभिकेंद्री बल - किस बल को परिवर्ती बल कहते है
अभिकेंद्र बल - अभिकेंद्र बल वास्तविक बल है या छद्म बल
वास्तविक बल - किस वास्तविक बल की प्रकृति यांत्रिक, वैद्युत, चुंबकीय, गुरूत्वीय इत्यादि हो सकती है
अभिकेंद्र बल - अभिकेंद्र बल द्वारा किया गया कार्य कितना होता है
शून्य
अपकेंद्र बल ( Centrifugal Force )
- एक समान वृत्तीय गति करते कण पर केंद्र से बाहर की ओर जो बल कार्य करता है, उसे क्या कहते है
अपकेंद्र बल - कौन सा बल सदैव केंद्र पर कार्य करता है
अपकेंद्र बल - कौन सा बल अभिकेंद्र बल के बराबर और विपरीत होता है लेकिन यह अभिकेंद्र बले की प्रतिक्रिया नही है
अपकेंद्र बल - अपकेंद्र बल किस बल के बिना भी अस्तित्व में रह सकता है
अभिकेंद्र बल - अपकेंद्र बल कैसा है, वास्तविक बल या छद्म बल
छद्म बल - कभी – कभी समतल सड़क पर मूड़ते समय वाहन किस बल के कारण उलट जाता है और केंद्र से बाहर की ओर गिर जाता है
अपकेंद्र बल
घर्षण बल ( Friction )
- जब कोई वस्तु किसी सतह पर गति करती है या गति करने का प्रयास करती है, तब गति के विपरीत दिशा में उत्पन्न प्रतिरोधी बल को क्या कहते है
घर्षण बल - किस बल के कारण ही चलना संभव हो पाता है
घर्षण बल - वाहनों में ब्रेक किस बल की वजह से ही कार्य करते है
घर्षण बल - वाहनों में ब्रेक किस बल की वजह से ही कार्य करते है
घर्षण बल - ब्लैकबोर्ड पर चॉक से लिखना किस बल द्वारा ही संभव है
घर्षण बल - किस बल से मशीनों के पुर्जे घिस जाते है
घर्षण बल - किस बल के विरूद्ध खर्च होने वाली ऊर्जा की हानि होती है
घर्षण - किस बल से उत्पन्न होने वाली ऊष्मा से मशीनों के जल जाने की आशंका होती है
घर्षण बल - सामान्यः घर्षण बल कितने प्रकार के होते है
तीन- स्थैतिक, चरम या सीमांत व गितक घर्षण
स्थैतिक घर्षण ( Static Friction )
- एक घर्षण युक्त तल पर रखी हुई किसी वस्तु में एक बल आरोपित होने के बावजूद भी कोई गति उत्पन्न नही होती तो उस वस्तु पर आरोपित बल की दिशा के विपरीत जो बल कार्य करता है, वह क्या कहलता है
स्थैतिक घर्षण बल - किस बल को स्वतः परिवर्ती बल कहते है
स्थैतिक घर्षण बल
चरम या सीमांत घर्षण ( Limiting Friction )
- यदि वस्तु पर आरोपित बल P का मान बढ़ाने जाएं तो जिस स्थिति में वस्तु में गति उत्पन्न या प्रारंभ हो जाती है, वह क्या कहलाती है
क्रांतिक या सीमांत स्थिति - क्रांतिक या सीमांत स्थिति में कार्य करने वाला बल क्या कहलाता है
चरम या सीमांत घर्षण बल
गतिक घर्षण ( Kinetic Friction )
- यदि वस्तु पर आरोपित बल P का मान और अधिक बढ़ाया जाए तो वस्तु गतिमान हो जाती है और गति की दिशा के विपरीत एक प्रतिरोधी बल पैदा होता है, वह बल क्या कहलाता है
गतिक घर्षण बल - वस्तु की गति को बनाए रखने के लिए जिस बल की आवश्यकता होती है, उसका मान किस बल की तुलना में कम होता है
वस्तु की गति प्रारंभ करने के लिए लगाए गए बल की - दूसरे शब्दों में कहें तो, किस घर्षण की तुलना में गतिक घर्षण का मान कम होता है
सीमांत घर्षण - गतिक घर्षण के कौन से दो प्रकार होते है
सर्पी घर्षण और लोटनिक घर्षण - जब एक वस्तु किसी सतह पर फिसलती है, तब विपरीत दिशा में उत्पन्न प्रतिरोधी बल को क्या कहते है
सर्पी घर्षण बल - जब एक वस्तु किसी सतह पर लुढ़कती है, तब विपरीत दिशा में उत्पन्न प्रतिरोधी बल को क्या कहते है
लोटनिक घर्षण - किस प्रतिरोध बल को बेल्लनी घर्षण भी कहते है
लोटनिक घर्षण
उर्जा ( Energy )
- कार्य करने की क्षमता को क्या कहते है
ऊर्जा - ऊर्जा का मात्रक किसके मात्रक के समान है
कार्य - ऊर्जा के अनेक रूप है, जैसे – गतिज ऊर्जा, स्थितिज ऊर्जा, ऊष्मीय ऊर्जा, प्रकाश ऊर्जा, ध्वनि ऊर्जा इत्यादि, किस प्रकार की ऊर्जा को यान्त्रिक ऊर्जा कहते है
गतिज ऊर्जा व स्थितिज ऊर्जा
गतिज व स्थितिज ऊर्जा
- गति की अवस्था से विराम अवस्था तक आने में कण द्वारा किए कार्य को उसकी कौन सी ऊर्जा कहते है
गतिज ऊर्जा - किस नियम के अनुसार, ‘‘किसी वस्तु पर किया गया कार्य उसकी गतिज ऊर्जा में परिवर्तन के बराबर होता है
कार्य – ऊर्जा प्रमेय - वस्तु की किस गतिज ऊर्जा में वृद्धि होने पर किाय गया कार्य धनात्मक होता है
गतिज ऊर्जा - यदि वस्तु की गतिज ऊर्जा में कमी होती है तो किए गए कार्य पर क्या प्रभाव होगा
कार्य ऋणात्मक होगा - यदि वस्तु की गतिज ऊर्जा में होती है तो बल किस दिशा में लगाया गया है
वस्तु की गति की विपरीत दिशा में - यदि वस्तु की गतिज ऊर्जा में कोई परिवर्तन नहीं होता है तो किए गए कार्य पर क्या प्रभाव होगा
कार्य शून्य होगा - यदि बस तथा कार, दोनोंकी गतिज ऊर्जा तथा उन पर मंदन बल समान है तो उनके रूकने की दूरी तो समान होगी लोकिन कौन सा वाहन कम समय में रूक जाएगा
कार - किस अवस्था में समान ब्रेंकिंग बल के प्रभाव में कार ज्यादा दूरी पर जाकर और बस कम दूरी पर रूकेगी तथा दोनों एक ही समय पर रूकेंगी
बस तथा कार का संवेग एक समान होने पर - किसी वस्तु में उसकी स्थिति के कारण जो ऊर्जा होती है उसे क्या कहते है
स्थितिज ऊर्जा
सामर्थ्य या शक्ति ( Power )
- कार्य करने की दर को क्या कहते है
सामर्थ्य - सामर्थ्य किसके गुणनफल के बराबर होती है
बल तथा वेग - सामर्थ्य किस प्रकार की राशि है
अदिश राशि - SI पद्धति मे सामर्थ्य का मात्रक क्या है
वॉट - 1 अश्व शक्ति में कितने वॉट होते है
746 वॉट
द्रव व संबंधित अवधारणाएँ
- वायु द्वारा आरोपित दाब को कहते है
वायुमंडलीय दाब - सामान्य वायुमंडलीय दाब बैरोमीटर में पारे की कितनी ऊँचाई के बराबर होता है
76 सेमी - किसी बर्तन में रखे द्रव द्वारा बर्तन के पैंदे व दीवारों पर प्रति एकांक क्षेत्रफल पर अभिलंबवत् आरोपित बल को क्या कहते है
द्रव का दाब - किसी बिंदु पर दाब किस दिशा में समान होता है
सभी दिशाओं में - द्रव द्वारा आरोपित बल किस सतह के लंबवत् होता है
जिससे द्रव संपर्क में होता है - h गहराई पर स्थित बिंदु पर तरल पदार्थ के कारण दाब कितना होगा
hdg - किसी पदार्थ का कौन सा घनत्व उसके घनत्व और 4 डिग्री सेल्सियस पर पानी के घनत्व के भागफल के बराबर होता है
आपेक्षिक घनत्व - तरल में किसी बिंदु पर कुल दाब कितना होता है
p + hdg - p + hdg में p क्या है
वायुमंडलीय दाब - तरल पदार्थ में डूबी किसी वस्तु के उस बिंदु को क्या कहते हैं जिस पर तरल पदार्थ का परिणामी दाब कार्य करता है
दाब केंद्र - तरल पदार्थ की सतह से दाब केंद्र की दूरी तरल पदार्थ के किस गुण पर निर्भर नहीं करती है
घनत्व - तरल पदार्थ से दाब केंद्र की दूरी किस पर निर्भर करती है
तल के आकार पर - द्रव की गहराई अधिक होने पर दाब केंद्र किसके समीप होता है
फलक के द्रव्यमान केंद्र के - किस गहराई पर केंद्र तथा फलक का द्रव्यमान केंद्र परस्पर संपाती होते हैं
अनंत गहराई पर - किस नियम के अनुसार, ‘‘यदि गुरूत्वीय प्रभाव को नजरअंदाज कर दिया जाए तो स्थिर द्रव के प्रत्येक बिंदु पर दाब समान होता है’’
पास्कल का नियम - किस नियम के अनुसार, ‘‘ किसी बर्तन में बंद द्रव के किसी बिंदु पर आरोपित दाब सभी दिशाओं में समान रूप से संचारित होता है’’
पास्कल का नियम
उत्प्लावन बल ( Buoyancy )
- जब किसी वस्तु को आंशिक अथवा पूर्ण रूप से द्रव के अंदर डुबोया जाता है तो यह कितने द्रव को हटाती है
समान आयतन के द्रव को - वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव के किस बिंदु पर उत्प्लवन बल कार्य करता है
गुरूत्व केंद्र - उत्प्लवन बल तरल पदार्थ के घनत्व पर, तरल पदार्थ के अंदर वस्तु के डूबे हुए आयतन पर या वस्तु द्वारा विस्थापित तरल के आयतन के साथ और किस चीज पर निर्भर करता है
उस स्थान पर गुरूत्वीय त्वरण के मान पर - कौन सा बल वस्तु के संपूर्ण आयतन तथा आकार पर निर्भर नहीं करता है
उत्प्लावन बल - कौन सा बल वस्तु के घनत्व पर निर्भर नहीं करता है
उत्प्लावन बल
आर्किमिडीज का सिद्धांत ( Archimedes Principle )
- किसी नियम के अनुसार, ‘‘ जब किसी वस्तु को आंशिक या पूर्ण रूप से द्रव के अंदर डुबोया जाता है तो उसके भार में कुछ कमी आ जाती है जाकि वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव के भार के बराबर होती है’’
आर्किमिडीज का सिद्धांत - जब एक बर्तन में बर्फ का एक टुकड़ा किसी ऐसे द्रव में तैरता है जिसका घनत्व पानी के घनत्व से अधिक है, तब संपूर्ण बर्फ के पिघल जाने पर क्या होगा
बर्तन में द्रव का तल ऊपर उठ जाएगा - जब एक बर्तन में बर्फ का एक टुकड़ा किसी ऐसे द्रव में तैरता है जिसका घनत्व पानी के घनत्व से कम है, तब संपूर्ण बर्फ के पिघल जाने पर क्या होगा
बर्तन में द्रव का तल गिर जाएगा - जब बर्फ का एक टुकड़ा पानी में तैरता है तो संपूर्ण बर्फ के पिघल जाने पर क्या होगा
पानी का तल अपरिवर्तित रहेगा
पृष्ठ तनाव ( Surface Tension)
- द्रव की उस प्रकृति को क्या कहते हैं जिसके कारण उसका स्वतंत्र पृष्ठ न्यूनतम् क्षेत्रफल घेरने की चेष्ठा करता है तथा तनी हुई प्रत्यास्थ झिल्ली की भांति व्यवहार करता है
पृष्ठ तनाव - पृष्ठ तनाव का SI मात्रक क्या है
न्यूटन/मीटर - किसी द्रव के पृष्ठ पर खींची गई किसी काल्पनिक रेखा की एकांक लंबाई पर पृष्ठ के तल में व रेखा के लंबवत् लगने वाला बल क्या कहलाता है
द्रव के पृष्ठ तनाव का बल - पृष्ठ तनाव का मान किस पर निर्भर करता है
द्रव की प्रकृति पर - स्वतंत्र पृष्ठ के क्षेत्रफल अथवा उस पर खींची गई काल्पनिक रेखा की लंबाई से द्रव के किस गुण का कोई संबंध नहीं है
पृष्ठ तनाव
केशिकत्व ( Capillarity )
- केशनली में द्रव के ऊपर चढ़ने या नीचे उतरने की घटना को क्या कहा जाता है
केशिकत्व या केशिकार्षण - केशनली जब किसी ऐसे द्रव में डुबोई जाती है जो केशनली को भिगो दे, तब वह द्रव किसके मुकाबले केशनली में कुछ ऊँचाई तक चढ़ जाता है
केशनली से बाहर वाले द्रव – तल के मुकाबले - कैशनली से बाहर बाले द्रव – तल के मुकाबले केशनली के अंदर कुछ ऊँचाई तक चढ़ने वाले द्रव – तल का आकार कैसा होता है
अवतल - केशनली जब किसी ऐसे द्रवं में डुबोई जाती है जो इसे नहीं भिगोता, तब किस स्थान का द्रव बाहर वाले द्रव-तल की अपेक्षा कुछ नीचे उतर जाता है
नली के अंदर का द्रव – तल - लालटेन में मट्टी का तेल बत्ती के धागों के बीच बनी किन रचनाओं द्वारा ऊपर चढ़कर जलता है
केशनलीयों द्वारा - पानी से भरी बाल्टी में तौलिया का एक सिरा पानी में डालने पर किस कारण से संपू्र्ण तौलिया भीग जाती है
तौलिये के धागों के बीच बनी केशनली द्वारा पानी ऊपर चढ़ने से - पानी बरसने के बाद किसान मिट्टी की ऊपरी सतह को जोतकर मिट्टी में बनी केशनलियों को क्यों तोड़ देता है
ताकि पानी सतह पर आकर वाष्पन के कारण व्यर्थ न उड़ जाए