नमस्कार दोस्तों आज मैं इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न लाये है Purv Vaidik Ya Rigvaidik Kal ( पूर्व वैदिक या ऋग्वैदिक काल ) जो हर के कम्पटीशन परीक्षा में पूछता है। यह आप लोग पूरा पोस्ट जरूर पढ़िएगा।
Table of Contents
पूर्व वैदिक या ऋग्वैदिक काल
- उत्तरवैदिक काल, मध्य एवं पूर्वी गंगा के मैदान में आर्य बस्तियाँ, जनपद अथवा क्षेत्रीय राजतंत्रों का उदय, आर्य बस्तियो में चित्रित धूसर मृद्भांड किस काल की घटनाएँ है
पूर्व वैदिक काल की - पूर्व वैदिक या ऋग्वैदिक संस्कृति को और किस नाम से जाना जाता है
आर्य संस्कृति - आर्य शब्द का अर्थ क्या है
श्रेष्ठ या कुलीन - आर्य भारत में संभवतः कहाँ से आए
मध्य एशिया से

- उत्तरी ध्रुव प्रदेश को आर्यों का आदि देश किसने कहा
बाल गंगाधर तिलक - डॉ. अविनाशचन्द्र एवं डॉ. सम्पूर्णानन्द ने आर्यों का आदि स्थल किसे बताया
सप्तसैंधव क्षेत्र - पं. गंगानाथ झा के अनुसार आर्यों का आदि स्थल कौन – सा है
ब्रम्हर्षि देश - डॉ. राजबली पाण्डेय ने आर्यों का आदि स्थल किसे कहा है
मध्य देश
- आर्य भारत में सर्वप्रथम कहाँ बसे थे
पंजाब में - आर्यों की भाषा क्या था
संस्कृत - आर्यों का मुख्य व्यवसाय क्या था
पशुपालन एवं कृषि
- आर्यों ने सबसे पहले किस धातु की खोज की
लोहा - भारत में लोहे का प्रयोग कब से हुआ
1000 ई0 पू0 - ऋग्वैदिक कालीन नदी वितस्ता का आधुनिक नाम क्या है
झेलम - ऋग्वैदिक कालीन नदी अस्किनी का आधुनिक नाम क्या है
चिनाब - ऋग्वैदिक कालीन नदी पुरूष्णी का आधुनिक नाम क्या है
रावी - ऋग्वैदिक कालीन नदी शुतुद्रि का आधुनिक नाम क्या है
सतलज
- ऋग्वैदिक कालीन नदी विपाशा को अब किस नाम से जानते है
व्यास - ऋग्वैदिक कालीन नदी दृष्ट्रति को अब किस नाम से जाना जाता है
घग्घर - ऋग्वैदिक कालीन नदी सुकोम का आधुनिक नाम क्या है
सोहन - ऋग्वैदिक कालीन नदी गोमती का आधुनिक नाम क्या है
गोमल - ऋग्वैदिक में रावी नदी का एक अन्य नाम क्या है
यव्यवती - ऋग्वेद में किस नदी को नदीतम ( नदियों में प्रमुख ) कहा गया है
सरस्वती
राजनीतिक व्यवस्था
- ऋग्वैदिक काल में सबसे छोटी प्रशासनिक इकाई क्या थी
कुटुंब या कुल - पूर्व-वैदिक काल में किस आधार पर कुटुंब, कुल या परिवार संगठित होते थे
रक्त- संबंध - कुटुंब, कुल या परिवार का मुखिया या प्रधान क्या कहलाता था
कुलप - अनेक कुटुंब, कुल या परिवारों को मिलाकर किस इकाई का निर्माण होता था
विश - विश का मुखिया कौन होता था
विशपति - अनेक विशों का समूह क्या कहलाता था
जन या कबीला - जन या कबीला का मुखिया कौन होता था
राजा या राजन - ऋग्वैदिक काल में किसको गोप, गोपति, जनराजन नाम से भी जाना जाता था
राजा या राजन - ऋग्वैदिक काल में किस जनतांत्रिक संस्था का मुख्य कार्य न्याय करना था
सभा
- ऋग्वैदिक काल में किस जनतांत्रिक संस्था का मुख्य कार्य राजा का निर्वाचन करना, उस पर अंकुश रखना एवं प्रशासन में उसकी सहायता करना था
समिति - ऋग्वैदिक काल में कौन – सी जनतांत्रिक संस्था मुख्यतः धार्मिक एवं सैनिक महत्व का कार्य करती थी
विदथ - किस काल में सभा को आपत्ति या आवेश भी कहा जाता था
ऋग्वैदिक काल
सामाजिक जीवन
- कौन – सा समाज पितृसत्तात्मक था जिसमें संयुक्त परिवार का प्रचलन था
आर्यो का समाज - ऋग्वैदिक काल में परिवार की सबसे छोटी इकाई क्या थी
कुल - ऋग्वैदिक काल में गृह का मुखिया कौन होता था
पिता - किस काल में परिवार में पत्नी का विशेष महत्व था और उसके बिना यज्ञ पूर्व नही होता था
ऋग्वैदिक काल - ऋग्वैदिक काल में किसको घर एवं गृहस्थी कहा गया है
पत्नी - कौन – सा समाज प्रारंभ में गौर वर्ण ( आर्य ) और कृष्ण वर्ण ( अनार्य) में विभाजित था
ऋग्वैदिक समाज - किस भेद के 10वे मंण्डल के पुरूष सूक्त में सर्वप्रथम चारों वर्णों ( ब्राम्हण, क्षत्रिय, वैश्य व शुद्र ) का उल्लेख मिलता है
ऋग्वेद - ऋग्वैदिक काल में किस वर्ण का कार्य रक्षा करना, युद्ध करना एवं प्रशासन का संचालन करना था
क्षत्रिय
- ऋग्वैदिक काल में किस वर्ण का प्रमुख कार्य उत्पादन करना था
वैश्य - ऋग्वैदिक काल में किस वर्ण का सभी वर्णों की सेवा करना था
शुद्र
आर्थिक जीवन
- किस काल में देवियों की तुलना में देवताओं की अधिक महत्ता थी
ऋग्वैदिक काल - किस काल के देवी – देवता प्राकृतिक शक्तियों के प्रतीक हैं
ऋग्वैदिक काल - आर्यों ने सर्वप्रथम किसको अपना देवता माना
आकाश को - किस रूप में सूर्य का दिन में व्यक्त रहने वाला रूप और अव्यक्त रूप, दोनों समाए थे
सविता - ऋग्वेद के किस प्रसिद्ध मंत्र की रचना सविता की स्तुति में की गई है जिसमें बुद्धि दान की याचना की गई है
गायत्री मंंत्र - किस देवता को हिरण्यदंत ( सुनहरे दांतों वाला ), भुवन चक्षु ( सर्वहंटा ), जातदेवस ( चर- अचर के ज्ञाता ) व दभनाः गृहपति कहा गया है
अग्नि - ब्रम्ह यज्ञ, देव यज्ञ, पितृ यज्ञ, मनुष्य यज्ञ तथा भूत यज्ञ किसके द्वारा किए जाते थे
गृहस्थ आर्यों द्वारा - आर्यों के चार धार्मिक पुरोहित कौन कहलाते थे
होता, उद्गाता, अध्वर्यु, ब्रम्हा - ऋग्वैदिक काल में पूषन किसके देवता थे
पशुओं के