हाय! मेरे प्यारे बच्चों आज का मेरा पोस्ट हैं, correction of Incorrect Words शब्द तथा वाक्य संबंधी अशुद्धि शोधन ( correction of Incorrect Words ) सारे विद्यार्थी एक गलती हमेंशा करते रहते है। जिनकों शुध्द और अशुध्द शब्द की जानकारी नही रहती है।
तो बच्चों को सही मात्रा का ज्ञान नही होता उसमें भी लगत करते है। शब्द तथा वाक्य संबंधी अशुद्धि शोधन ( correction of Incorrect Words ) इसी लिए मैं आप लोगों को पहले से ही हिन्दी मात्रा का सभी स्वर की मात्रा का शब्द का आर्टिकल दे दिये हैं। मात्रा का सही रूप सें जानकारी लेना हैं आप matra wale साइट पर पढ़िए सारी जानकारी मिल जाएगी।
Table of Contents
शब्द तथा वाक्य संबंधी अशुद्धि शोधन ( correction of Incorrect Words )
को पढ़ना बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। यह बच्चों को छोटे क्लास से सिखाया जाता है। ताकि बड़े होने पर भूले न यह क्लास के अनुसार कठिन होता चला जाता है। हिन्दी व्याकरण का यह मुख्य टॉपिक है।
शब्द तथा वाक्य संबंधी अशुद्धि शोधन ( correction of Incorrect Words )
यह टॉपिक आप के बड़ें लेवल के परिक्षा भी पूछा जाता है। लगभग सारी कम्पिटिशन के तैयारी यह शब्द शुध्द और अशुध्द बनाने को आता है। इसी लिए मेरे प्यारे छात्रों आप सभी इसकी जानकारी ध्यान में रखते हुए पढ़िए।
बच्चों, हिन्दी भाषा की प्रमुख विशेषता यह है कि इसे जैसा बोला जाता है, वैसा ही लिखा जाता है। यदि कोई गलत बोलता है तो वह गलत ही लिखता है। शब्द तथा वाक्य संबंधी अशुद्धि शोधन ( correction of Incorrect Words ) अतः हमें शब्दों के उच्चारण पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
correction of Incorrect Words
यदि हम बोलते या लिखते समय कोई गलती करते हैं तो इससे वाक्य ठीक व प्रभालशाली नहीं लगता कभी – कभी तो इन अशुद्धियों के कारण वाक्य का अर्थ भी बदल जाता है।
बच्चों, व्याकरण के नियमों को जानती हैं। अतः अशुद्धियाँ दो प्रकार की होती हैं। अशुद्धियों के प्रकार 1. शब्दों में ( वर्तनी संबंधी ) अशुद्धियाँ 2. वाक्यों में ( व्याकरण संबंधी ) अशुद्धियाँ ।
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1. शब्दों में ( वर्तनी संबंधित ) अशुद्धियाँ correction of Incorrect Words
अशुद्ध | शुद्ध |
चहिए | चाहिए |
क्योेंकि | क्योंकि |
चड़ना | चढ़ना |
पड़ोसि | पड़ोसी |
तयोहार | त्योहार |
रितु | ऋतु |
सायं | सांय |
ग्यान | ज्ञान |
बिमारी | बीमारी |
कृप्या | कृपया |
विधालय | विद्यालय |
अविष्कार | आविष्कार |
आर्श्चय | आश्चर्य |
स्वास्थ | स्वास्थ्य |
दुध | दूध |
ऐक | एक |
मूरख | मूर्ख |
अनुछेद | अनु्च्छेद |
गुरू | गुरू |
धुँआ | धुआँ |
डॉकटर | डॉक्टर |
ग्रहकार्य | गृहकार्य |
रूपया | रूपया |
दांत | दाँत |
कोशिष | कोशिश |
पृथम | प्रथम |
तीथि | तिथि |
परिक्षा | परीक्षा |
निरोगी | नीरोगी |
इसीलिए | इसलिए |
वापिस | वापस |
गांव | गाँव |
प्रसंशा | प्रशंसा |
सप्ताहिक | साप्ताहिक |
व्यंजन द्वित्व सम्बन्धी अशुद्धियाँ और उनके शुद्ध रूप correction of Incorrect Words
अशुद्ध | शुद्ध |
उतेजना | उत्तेजना |
प्रज्जवलित | प्रज्वलित |
उनति | उन्नति |
उलेख | उन्नति |
सम्पन | सम्पन्न |
जलाद | जल्लाद |
उतम | उत्तम |
उतीर्ण | उत्तीर्ण |
अइसा | ऐसा |
जिकर | जिक्र |
उज्वल | उज्ज्वल |
उदंड | उद्दंड |
कन्हय्या | कन्हैया |
उचारण | उच्चारण |
खचर | खच्चर |
भवनिष्ठ | भवन्निष्ठ |
उत्पति | उत्पति |
मुका | मुक्का |
इनसान | इन्सान |
दुशमन | दुश्मन |
बृजभाषा | ब्रजभाषा |
उधारण | त्योहार |
पैत्रिक | पैतृक |
मुशकिल | मुश्किल |
विषेश | विशेष |
सिरफ | सिर्फ |
मात्रभूमि | मातृभूमि |
प्रतेक | प्रत्येक |
इन शब्दों में छोटी ‘इ’ की मात्रा होनी चाहिए ।
अशुद्ध | शुद्ध |
अतिथी | अतिथि |
अभीनेता | अभिनेता |
अभीमान | अभिमान |
परिणती | परिणति |
बहीरंग | बहिरंग |
अन्तीम | अन्तिम |
तिथी | तिथि |
जलांजली | जलांजलि |
वाल्मीकी | वाल्मीकि |
परीचय | परिचय |
समिती | समिति |
अभीलाषा | अभिलाषा |
कोशीश | कोशिश |
परीवार | परिवार |
कृषी | कृषि |
चरीतार्थ | चरितार्थ |
स्थिती | स्थिति |
प्रतीज्ञा | प्रतिज्ञा |
ब्रिटीश | ब्रिटिश |
अशुद्धी | अशुद्धि |
पतीव्रता | पतिव्रता |
कवीता | कविता |
उत्पती | उत्पति |
विद्यार्थी | विद्यार्थि |
नीती | निति |
कालीदास | कालिदास |
अनीवार्य | अनिवार्य |
आखीर | आखिर |
कोटी-कोटी | कोटि-कोटि |
क्षत्रीय | क्षत्रिय |
पुष्टी | पुष्टि |
पूर्ती | पूर्ति |
सम्पन्ती | सम्पतन्ति |
इन शब्दों ‘ई’ की मात्रा होनी चाहिए
अशुद्ध | शुद्ध |
अद्वितिय | अद्वितीय |
निरसता | नीरसता |
आशिर्वाद | आशीर्वाद |
तरिका | तरीका |
पत्नि | पत्नी |
परिक्षा | परीक्षा |
संगृहित | संगृहीत |
सूचिपत्र | सूचीपत्र |
स्वर्गिय | स्वर्गीय |
श्रिमान | श्रीमान |
दिवाली | दीवाली |
परिक्षण | परीक्षण |
भागिरथी | भागीरथी |
महिना | महीना |
लिजिए | लीजिए |
शताब्दि | शताब्दी |
श्रीमति | श्रीमती |
खैंचना | खींचना |
निरिह | निरीह |
द्रविभूत | द्रवीभूत |
दधिचि | दधीचि |
बिमारी | बीमारी |
महाबलि | महाबली |
रितिकाल | रीतिकाल |
समिक्षा | समीक्षा |
सलिका | सलीका |
महादेवि | महादेवी |
निमिलित | निमीलित |
दिपिका | दीपिका |
पिताम्बर | पीताम्बर |
भस्मिभूत | भस्मीभूत |
विभिषिका | विभीषिका |
शारिरिक | शारीरिक |
शु्द्धिकरण | शुद्धीकरण |
सुशिल | सुशील |
वर्तनि | वर्तनी |
इन शब्दों में ‘उ’ की मात्रा होनी चाहिए
अशुद्ध | शुद्ध |
ऊत्पात | उत्पात |
ऊत्थान | उत्थान |
दूबारा | दुबारा |
रेणू | रेणु |
भानू | भानु |
हिन्दोस्तान | हिन्दुस्तान |
ऊपद्रव | उपद्रव |
गोलामी | गुलामी |
पूण्य | पुण्य |
पूरूष | पुरूष |
साधूवाद | साधुवाद |
कूआ | कुआँ |
आधूनिक | आधुनिक |
व्यंजन सम्बन्धी अशुद्धियाँ और उनके शुद्ध रूप
अशुद्ध | शुद्ध |
अंस | अंश |
सीड़ी | सीढ़ी |
अबिराम | अभिराम |
वीना | वीणा |
इष्ठ | इष्ट |
परिनाम | परिणाम |
छातृ | छात्र |
परिमान | परिमाण |
धोका | धोखा |
ऊश्रृंखल | उच्छूंखल |
प्रनाली | प्रणाली |
कारन | कारण |
चिन्ह | चिह्न |
कंकन | कंकण |
श्राप | शाप |
बसन्त | वसन्त |
प्रशाद | प्रसाद |
आकांछा | आकांक्षा |
सिंघ | सिंह |
हितैशी | हितैषी |
छमा | क्षमा |
आमिशा | आमिषा |
कलस | कलश |
बिद्या | विद्या |
सुसमा | सुषमा |
घबड़ाना | घबराना |
बिधि | विधि |
गोबी | गोभी |
चन्द्रबिन्दु और अनुस्वार की अशुद्धियाँ और उनके शु्द्ध रूप
अशुद्ध | शुद्ध |
मुंह | मुँह |
बंगला | बँगला |
पहुंचना | पहुँचना |
चांद | चाँद |
छटांक | छटाँक |
जहां | जहाँ |
वहां | वहाँ |
जाऊंगा | जाऊँगा |
उंगली | उँगली |
अंधेरा | अँधेरा |
आंख | आँख |
सांकल | साँकल |
बांस | बाँस |
गूंगा | गूँगा |
कुंवर | कुँवर |
कंगना | कँगना |
ऊंट | ऊँट |
ऊंचा | ऊँचा |
डांट | डाँट |
तांता | ताँता |
दूंगा | दूँगा |
वाक्यों में ( व्याकरण संबंधित ) अशुद्धियाँ
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
राम चौथी कक्षा में पढ़ती हैं। | राम चौथी कक्षा में पढ़ता है। |
यह पुस्तक मैं पढ़ी हूँ। | यह पुस्तक मैंने पढ़ी हैं। |
हम दो भाई हूँ। | हम दो भाई हैं। |
वे चला गया। | वह चला गया। |
दो रूपया में क्या आएगा? | दो रूपये में क्या आएगा? |
अभी गाड़ी आने को देर है। | अभी गाड़ी आने में देर है। |
वह लोग वहाँ आ गए है। | वे लोग वहाँ आ गए हैं। |
मुझे भारी दुख हुआ। | मुझे बहुत दुख हुआ। |
उसने हाथ जोड़ा। | उसने हाथ जोड़े। |
पेड़ पे चिड़िया बैठी है। | पेड़ पर चिड़िया बैठी है। |
मैंने आज पंजाब जाना है। | मुझे आज पंजाब जाना है। |
वह छत पर से गिर पड़ा। | वह छत से गिर पड़ा। |
मैं मंगलवार के दिन आऊँगा। | मैं मंगलवार को आऊँगा। |
उसका आँसू निकल गया। | उसके आँसू निकल गए। |
पापा को गरम करके दूध दो। | पापा को दूध गरम करके दो। |
शुद्ध वाक्य लिखने के कुछ नियम हैं। इनकी सहायता से शुद्ध वाक्य लिखने का प्रयास किया जा सकता है। (क ) क्रम, (ख) और (ग) प्रयोग से संबद्ध कुछ सामान्य नियमों का ज्ञान आवश्यक है। व्याकरण की दृष्टि से अशुद्ध वाक्य भी शुद्ध ही प्रतीत होते हैं, पर ध्यानपूर्वक देखने से त्रुटि स्पष्ट हो जाती है।
वर्तनी संबंधी अशुद्धियाँ correction of Incorrect Words
1.स्वपन में मैंने हथनी देखी।
स्वप्न में मैने हथिनी देखी।
2.दवाईँयों की जरूरत पढ़ेगी।
दवाइयों की जरूरत पड़ेगी।
3.महादेवी वर्मा प्रसिध कवित्री हैं।
महादेवी वर्मा प्रसिद्ध कवयित्री हैं।
4. पूज्यनीय माता जी को भी लाइएगा।
पूजनीय माता जी को भी लाइएगा।
5. स्त्रीयाँ अब आगे बड़ रही हैं।
स्त्रियाँ अब आगे बढ़ रही है।
6. गुरू जी का आर्शीवाद ले लो।
गुरू जी का आशीर्वाद ले लो।
7. मुझे एतिहासिक सथल देखने
मुझे ऐतिहासिक स्थल देखने का शौक है।
8. आपका भविष्य उजवल है।
आपका भविष्य उज्जवल है।
वचन संबंधी अशुद्धियाँ correction of Incorrect Words
1.चारो दिशाओं का नाम बताओ।
चारों दिशाओं के नाम बताओ।
2.रोगी का प्राण निकल गया।
रोगी के प्राण निकल गया।
3. उसने हस्ताक्षर कर दिया।
उसने हस्ताक्षर कर दिए।
4. सभा में अनेकों लोग आए।
सभा में अनेक लोग आए।
5. सारे पानी बह गए।
सारा पानी बह गया।
6. मेरे दोनों मामे आएँगे।
मेरे दोनों मामा आएँगे।
लिंग संबंधी अशुद्धियाँ
1.क्या ये आपका छतरी है?
क्या यह आपकी छतरी है?
2. मेरी छोटी भाई पाँचवाँ कक्षा में है।
मेरा छोटा भाई पाँचवीं कक्षा में है।
3. छत का मरम्मत कराना है।
छत की मरम्मत करानी है।
4. रोगी को साँस नहीं आ रहा है।
रोगी को साँस नहीं आ रही है.
5. हमारा गाँव में बिजली आ गया है।
हमारे गाँव में बिजली आ गई है।
6. मेरा साइकिल खराब है।
मेरी साइकिल खराब है।
कारक संबंधी अशुद्धियाँ
1.वह पेड़ पर से कूद पड़ा।
वह पेड़ से कूद पड़ा।
2. हम पहले ही आपसे कहे थे।
हमने पहले ही आपसे कहा था।
3. हमको ये सब आप सिखाए हैं।
हमें यह सब आपने सिखाया है।
4. पेड़ में तोते बैठे हैं।
पेड़ पर तोते बैठे हैं।
5. बच्चे स्कूल को जा रहे हैं।
बच्चे स्कूल जा रहे हैं।
6. तुम देर में क्यों आते हो?
तुम देर से क्यों आते हो ।
संज्ञा संबंधी अशुद्धियाँ
1.माली पौधों को पानी से सींच रहा है।
माली पौधों को सींच रहा है।
2. हरेक मेजों पर गुलदस्ते सजे हैं।
हरेक मेज पर गुलदस्ते सजे है।
3. वह अस्पताल में कंपाउंडर लगा हुआ है।
वह अस्पताल में कंपाउंडर हैं।
4. हमें अपनी संस्कृति पर अहंकार है।
हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है।
सर्वनाम संबंधी अशुद्धियाँ correction of Incorrect Words
1.वह को अपन नहीं जानता
मैं उसे नही जानता ।
2. आप आपका काम करो।
आप अपना काम कीजिए।
3. मैंने तुम्हारी कोई बात नहीं सुननी।
मुझे तुम्हारी कोई बात नहीं सुननी।
4. हमने आज वापस चले जाना है
हम आज वापस चले जाएँगे।
5. यह घर है, यह मैंने कल खरीदा है।
यह घर है, जो मैंने कल खरीदा
6. वह भी हमारे साथ खेलेंगे।
वे भी हमारे साथ खेलेंगे।
विशेषण संबंधी अशुद्धियाँ
1.आपकी आवाज में स्वाद है।
आपकी आवाज में मधुरता है।
2. शेर बड़ा वीभत्स जानवर है।
शेर बहुत भयानक जानवर है।
3. आपसे मिलकर बड़ा अच्छा लगा।
आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा।
4. मैने नया साड़ी खरीदी।
मैंने नई साड़ी खरीदी।
क्रिया संबंधी अशुद्धियाँ
1.वह बोलता – बोलता थक गया।
वह बोलते – बोलते थक गया।
2. मैं खाना खा लिया हूँ।
मैंने खाना खा लिया हूँ।
3. कृपया शांत होकर बैठो।
कृपया शांतिपूर्वक बैठिए।
4. वह रो – रोकर विलाप करने लगी।
वह विलाप करने लगी।
5. आप क्या काम करते हो?
आप क्या काम करते हैं?
6. अपराधी दंड देने योग्य हैं।
अपराधी दंड पाने योग्य है।
अव्यय संबंधी अशुद्धियाँ
1.शांत होकर बैठे रहो।
शांतिपूर्वक बैठे रहिए।
2.वह बहुत धीमा – धीमा चलता है।
वह बहुत धीरे – धीरे चलता है।
3. जोर – जोर नहीं बोलों।
जोर – जोर से मत बोलो।
4. आपको बताया था मैंने।
मैंने आपको बताया था।
गलत शब्दों के प्रयोग संबंधी अशुद्धियाँ
1.उसकी सौंदर्यता अनहोनी है।
उसका सौंदर्य अद्भुत है।
2. उसने आश्चर्यपूर्वक काम कर दिखाया।
उसने आश्चयर्यपूर्वक काम कर दिखाया।
3. यह चित्र हमारी स्वार्गिक दादी जी का है।
यह चित्र हमारी स्वर्गीय दादी जी का है।
4. चलते बस में न चढ़ो।
चलती बस में मत चढ़ो।
अनावश्यक शब्दों के प्रयोग संबंधी अशुद्धियाँ
1.उसे सारी रात भर नींद नहीं आई।
उसे सारी रात नींद नहीं आई।
2. आशा है, आप कुशलतापूर्वक से हैं।
आशा है, आप कुशलपूर्वक हैं।
3. वहाँ लगभग दो लोग बैठे थे
वहाँ दो लोग बैठे थे।
4. कृपया, मुझे कोई काम देने की कृपा करें।
मुझे कोई काम देने की कृपा करें।
आज का पोस्ट कैसा लगा कमेन्ट करके जरुर बताइयेगा।